सुस्त विकास दर, घटती डिमांड, तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी और रियल एस्टेट क्राइसिस ने चीन के अर्थव्यवस्था को झकझोर दिया है.
गर्मी जैसे जैसे बढ़ रही है बिजली की मांग में भी उसी रफ्तार से इजाफा हो रहा है? मांग बढ़ने के साथ बिजली कटौती की आशंका भी गहरा गई है.
Crisil: रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के अनुमान के मुताबिक साल 2021 में 22,000 करोड़ रुपये CSR के तहत खर्च होने की संभावना है.